लॉकडाउन को तोड़कर कब्रिस्तान पहुंचे मुस्लिम समाज के लोग    


ग्वालियर। पीएम मोदी ने कोरोना महामारी की रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन किया है। साथ ही सभी को हिदायत दी है कि वह अपने घरों में रहे। लेकिन मुस्लिम समाज के लोगों ने इस हिदायत को नहीं माना और शबे बरात त्योहार को मनाने के लिए लोग कब्रिस्तानों में पहुंचे। कटीघाटी स्थित कब्रिस्तान का गेट आगे से पुलिस ने बंद कर दिया था लेकिन लोग पीछे से कब्रिस्तान में पहुंचे। अमूमन यही हालात शहर के अधिकांश कब्रिस्तानों में देखने को मिले। भीड़ को खाली कराने के लिए पुलिस को अनाउंसमेंट के साथ काफी मशक्कत करनी पड़ी। शबे बरात में मुस्लिम समाज के लोग रातभर जागकर इबादत करते हैं फिर दूसरे दिन अपने बुजुर्गो की कब्रों पर जाकर वहां की साफ सफाई कर उन्हें याद करते हैं। लेकिन वर्तमान समय में कोरोना महामारी का कहर पूरी दुनिया में जारी है। देश को 21 दिन के लिए लॉकडाउन किया गया है। इसके चलते शासन और शहरकाजी ने भी मुस्लिम समाज से अपील की थी कि वह अपने घरों में ही इबादत करें। कुरान ए तिलावत करें और नमाज पढ़ें। लेकिन इस अपील को लगभग 50 प्रतिशत मुस्लिम समाज के लोगों ने नहीं माना। मुस्लिम समाज के लोग शाम होते ही कब्रिस्तानों पर पहुंचने लगे। चूंकि कब्रिस्तान में जगह कम थी और भीड़ अधिक इसके कारण वहां पर शारीरिक दूरी का भी ध्यान नहीं रखा गया।
कटीघाटी पर कब्रिस्तान का मुख्यद्वार प्रशासन ने बंद कर रखा था। लेकिन शाम होते ही पीछे के गेट से मुस्लिम समाज के लोग कब्रस्तान में एकत्रित होने लगे। इसकी सूचना आसपास के निवासियों ने पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों से माइक पर अनाउंसमेंट की और कब्रिस्तान को तत्काल खाली करने का आदेश दिया। लेकिन इसके बाद भी लोग वहां से नहीं हटे। पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी वहां से लोगों को हटाने में। यहीं हाल अन्य कब्रिस्तानों का भी रहा। सेवानगर, अवाड़पुरा और बहोड़ापुर, आपागंज कब्रिस्तान पर भी मुस्लिम समाज के लोग शबे बरात त्योहार मनाने के लिए एकत्रित हुए।